Thursday, December 13, 2018

दुःख के कारण

दुःख के कारण-
1.जो चाहा सो मिला नहीं।
2.जो मिला वह पसन्द नहीं।
3. जो मिला हुआ है, वह पसन्द तो आया, परंतु वह टिकता नहीं।
जो इच्छानुसार होता है अथवा मिलता है,तब हम सुखी होते हैं।जब इच्छानुसार नहीं होता या नहीं मिलता है,तब हम दुखी हो जाते हैं।इसका अर्थ है कि प्रत्येक सुख दुःख के पीछे मूल कारण हमारी इच्छा है।अतः जीवन में समस्त इच्छाओं का त्याग ही दुःखों से दूर रहने का एक मात्र साधन है।
प्रस्तुति-डॉ. प्रकाश काछवाल
।।हरि:शरणम्।।

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