क्रमश:१०
इतनी सारी कवायद के बाद समझ में आ रहा है की मन एक बहुत ही जटिल सिस्टम है|इसको आसानी से समझने के लिए हमें मस्तिष्क के लिम्बिक सिस्टम(Limbic system) को समझना होगा |यह लिम्बिक सिस्टम ही वास्तव में अपना मन है |इसको समझ लेने पर ही हम जान पाएंगे कि मानव शरीर मन पर कितना निर्भर है |बिना मन के मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है |इसके अध्ययन से यह भी जाना जा सकेगा कि मन में स्मृतियां कैसे संचित(Collection of memories in the Mind) होकर आत्मा(Soul) को पुनर्जन्म के लिए बाध्य(Forced to reincarnate) करती है?
2. Cingulate Gyrus-यह मस्तिष्क का भाग तह किया हुआ (Folded)होता है |यह भाग भावुकता (Emotions)और आक्रामकता(Aggression) के प्रवाह के लिए उत्तरदायी होता है |
3.Fornix-यह एक धनुष की आकृति(Arch shaped) लिए हुए तंतुओं(Fibers) का बना होता है जो Hippocampusको Hypothalamus से जोड़ता है |
4.Hippocampus-यह मस्तिष्क का बहुत ही छोटा सा भाग है जो स्मृति सूचिका(Memory indexer) का कार्य करता है |यह दीर्घ अवधि की स्मृति(Long term memory) को Cerebral hemisphere में संचित(For long term storage) करने के लिए भेजता है और आवश्यकता पड़ने पर उस स्मृति को पुनः जागृत (Retrieve)करता है |
5.Hypothalamus-यह मस्तिष्क का महत्त्वपूर्ण भाग है|इसमे कई केन्द्रक (Nuclei)होते हैं जो शरीर द्वारा किये जाने वाले विभिन्न कार्यों(Various acts) के लिए उत्तरदायी (Responsible)होते है |मानव मन के निर्माण में इस भाग की ही सबसे बड़ी हिस्सेदारी होती है|एक प्रकार से इसी भाग को मन कहा जा सकता है |
6.Olfactory cortex-यह सभी गंधों को पहचानने की क्षमता रखता है |Capacity to identify different types of smells.
7.Thalamus-यह भाग संवेदी संकेतों(Sensory signals) को रिले (Relay)करने का कार्य करता है जो उसे सुषुम्ना नाडी(Spinal cord) या Cerebral cortex से प्राप्त होते हैं|यह एक से प्राप्त संकेतों को दूसरे तक और दूसरे से प्राप्त संकेतों को पहले तक पहुँचाने का कार्य करता है अर्थात इसकी भूमिका एक प्रसारण केन्द्र(Relay center) की होती है|
इस प्रकार हम समझ सकते है की लिम्बिक सिस्टम(Limbic system) का कार्य भावनाओं (Emotions)और आक्रामकता(Aggression) के प्रवाह (Flow)को नियत्रण करना तथा गंध को पहचानना होता है | इसके साथ साथ वह स्मृति का संचय(Storage of memory) और हार्मोन्स (Hormones)के भी प्रवाह पर नियंत्रण रखता है| यह लिम्बिक सिस्टम संवेदना(Sensory) यानि ज्ञानेन्द्रियों के कार्य और कर्मिकता(Motor) यानि कर्मेन्द्रियों के कार्य अर्थात् कर्म के लिए भी उत्तरदायी(Responsible) होता है |एक प्रकार से कहा जा सकता है कि यह सिस्टम (Limbic system)शरीर के लगभग सभी कार्यों के लिए उत्तरदायी होता है |
क्रमश:
|| हरिः शरणम् ||
इतनी सारी कवायद के बाद समझ में आ रहा है की मन एक बहुत ही जटिल सिस्टम है|इसको आसानी से समझने के लिए हमें मस्तिष्क के लिम्बिक सिस्टम(Limbic system) को समझना होगा |यह लिम्बिक सिस्टम ही वास्तव में अपना मन है |इसको समझ लेने पर ही हम जान पाएंगे कि मानव शरीर मन पर कितना निर्भर है |बिना मन के मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है |इसके अध्ययन से यह भी जाना जा सकेगा कि मन में स्मृतियां कैसे संचित(Collection of memories in the Mind) होकर आत्मा(Soul) को पुनर्जन्म के लिए बाध्य(Forced to reincarnate) करती है?
LIMBIC SYSTEM-
1.Amygdala-यह एक बादाम की आकृति लिए हुए होता है|इसका सम्बन्ध व्यक्ति की भावनाओं को प्रदर्शित करना,स्मृति बनाये रखना और कुछ हार्मोन्स का स्राव(Secretion of hormones) करना होता है |2. Cingulate Gyrus-यह मस्तिष्क का भाग तह किया हुआ (Folded)होता है |यह भाग भावुकता (Emotions)और आक्रामकता(Aggression) के प्रवाह के लिए उत्तरदायी होता है |
3.Fornix-यह एक धनुष की आकृति(Arch shaped) लिए हुए तंतुओं(Fibers) का बना होता है जो Hippocampusको Hypothalamus से जोड़ता है |
4.Hippocampus-यह मस्तिष्क का बहुत ही छोटा सा भाग है जो स्मृति सूचिका(Memory indexer) का कार्य करता है |यह दीर्घ अवधि की स्मृति(Long term memory) को Cerebral hemisphere में संचित(For long term storage) करने के लिए भेजता है और आवश्यकता पड़ने पर उस स्मृति को पुनः जागृत (Retrieve)करता है |
5.Hypothalamus-यह मस्तिष्क का महत्त्वपूर्ण भाग है|इसमे कई केन्द्रक (Nuclei)होते हैं जो शरीर द्वारा किये जाने वाले विभिन्न कार्यों(Various acts) के लिए उत्तरदायी (Responsible)होते है |मानव मन के निर्माण में इस भाग की ही सबसे बड़ी हिस्सेदारी होती है|एक प्रकार से इसी भाग को मन कहा जा सकता है |
6.Olfactory cortex-यह सभी गंधों को पहचानने की क्षमता रखता है |Capacity to identify different types of smells.
7.Thalamus-यह भाग संवेदी संकेतों(Sensory signals) को रिले (Relay)करने का कार्य करता है जो उसे सुषुम्ना नाडी(Spinal cord) या Cerebral cortex से प्राप्त होते हैं|यह एक से प्राप्त संकेतों को दूसरे तक और दूसरे से प्राप्त संकेतों को पहले तक पहुँचाने का कार्य करता है अर्थात इसकी भूमिका एक प्रसारण केन्द्र(Relay center) की होती है|
इस प्रकार हम समझ सकते है की लिम्बिक सिस्टम(Limbic system) का कार्य भावनाओं (Emotions)और आक्रामकता(Aggression) के प्रवाह (Flow)को नियत्रण करना तथा गंध को पहचानना होता है | इसके साथ साथ वह स्मृति का संचय(Storage of memory) और हार्मोन्स (Hormones)के भी प्रवाह पर नियंत्रण रखता है| यह लिम्बिक सिस्टम संवेदना(Sensory) यानि ज्ञानेन्द्रियों के कार्य और कर्मिकता(Motor) यानि कर्मेन्द्रियों के कार्य अर्थात् कर्म के लिए भी उत्तरदायी(Responsible) होता है |एक प्रकार से कहा जा सकता है कि यह सिस्टम (Limbic system)शरीर के लगभग सभी कार्यों के लिए उत्तरदायी होता है |
क्रमश:
|| हरिः शरणम् ||
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