स्वामी रामतीर्थ के अनुसार--
1. Life is manifestation of your "Thoughts",nothing else.
जीवन और कुछ नहीं आपके विचारों की अभिव्यक्ति मात्र है |
2.Man - Desires = GOD
अगर आप अपने जीवन में आकांक्षाओं और कामनाओं से मुक्ति पा लेते हो तो फिर आप स्वयं ही परमात्मा हो जाते हो |
3.Birth is not by chance but by choice.
आपका जन्म आपकी कामनाओं और इच्छाओं का परिणाम है,न कि संयोग मात्र |
जो जीवन में आप करना चाहते हैं और कर नहीं पाते हो,जो बनना चाहते हो और बन नहीं पाते हो|अगले जन्म में उसको पूरा करने के लिए आपको वैसा ही वातावरण मिलता है|बस,जरूरत है आपको वर्तमान जीवन में सही कर्म करने की |इसीलिए यह कहा गया है कि आपका अगला जन्म आपकी पसंद के अनुसार होगा,न कि संयोगवश |
4."मुक्त" होने के लिए आपको "युक्त" होना जरूरी है |बिना "युक्त" हुए "मुक्ति" की कल्पना नहीं की जा सकती |गीता में भगवान श्री कृष्ण ने इसी युक्त होने को "योग"कहा है |
|| हरिः शरणम् ||
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