Tuesday, November 5, 2013

मुक्ति का वैज्ञानिक आधार |-१२

क्रमश:१२
                      मस्तिष्क में कई न्यूरोंस(Neurons) होते हैं ,उसी प्रकार Nerves में भी Synapses होते हैं |जैसा  कि आप जानते ही है कि ये दो प्रकार के होते है-विद्युतीय(Electrical) और रासायनिक(Chemical) |किसी भी संवेदी संकेतों(Sensory signals) को ये Synapses विद्युत और रासायनिक संकेतों(Electro chemical signals) के माध्यम से स्थानांतरित (Transfer)करते हुए Hypothalamus और Hippocampus तक पहुंचाते हैं |यहाँ Hippocampus को बार बार मिलते इन संकेतों से एक स्मृति (Memory)बनती जाती है |जो प्रारंभ में लघु स्मृति (Short term memory)के रूप में अंकित होती जाती है |उदाहरणार्थ आप एक स्थान पर अपनी गाड़ी पार्क करते हैं ,यह संकेत आपके मस्तिष्क में स्थित Hippocampus को Synapses ,Neurons  और Nerves के माध्यम से मिल जाती है |यहाँ यह लघु स्मृति(S.T.M.) के रूप में अंकित हो जाती है |जब आप कार्य निबटा कर वापिस लौटते हैं तो तत्काल यह Hippocampus आपकी स्मृति (Memory)को सक्रिय(Active) कर देता है जिससे आप स्वतः ही उस दिशा की ओर चल देते हैं जिधर आपने गाड़ी पार्क की थी|यह लघु स्मृति(S.T.M.) हुई|अगर अगली बार जब आप उसी स्थान पर कई वर्षों बाद जायेंगे तो आप यह विस्मृत कर चुके होंगे कि पूर्व में जब आप यहाँ आये थे तब गाड़ी कहाँ पार्क की थी?
                     परन्तु अगर आपकी गाड़ी वहाँ से पहली बार में ही चुरा ली जाती है तो प्रत्येक दिन आपको वह स्थान याद आता रहेगा जहाँ आपने गाड़ी पार्क की थी | Hippocampus को जब यही सूचना(Information) Neurons के माध्यम से बार बार मिलती है,तो यही लघु काल स्मृति(S.T.M.),दीर्घ काल स्मृति(Long term memory)  में परिवर्तित हो जाती है |अब Hippocampus इस स्मृति को ज्यादा समय तक अपने पास नहीं रखेगा और इस दीर्घ काल स्मृति(L.T.M.) को Neocortex में स्थानांतरित कर संचित (Store)कर देगा |लंबे समय बाद आप गाड़ी चोरी की घटना को लगभग भूल जायेंगे |अचानक एक दिन जब आपको पुनः उसी जगह गाड़ी लेकर जाने का विचार भी करेंगे तो तत्काल आपकी यह दीर्घ कालीन स्मृति(L.T.M.) पुनः सक्रिय(Reactive) हो जायेगी|यह कार्य आपके मस्तिष्क(Brain) में स्थित इसी Hippocampus के कारण होता है |इस बार अगर आप उस स्थान पर जाते भी हैं तो गाड़ी उस स्थान पर भूल कर भी खड़ी नहीं करेंगे जहाँ से पूर्व में चोरी हुई थी|अगर उस स्थान पर खड़ी भी कर दी तो आप उस तरफ अपनी नज़र जरुर रखेंगे,जिससे उस घटना को दुबारा(Repeat) न होने दे|
                             यह सब संवेदी सुचनाये (Sensory information)मस्तिष्क(Brain) के Hippocampus में जाती है |इन संवेदी सूचनाओं की प्रतिक्रिया(Counter action) में कार्यिक सूचनाएं(Motor information) संकेतों (Signals)के रूप में Neocortex से चलकर Hypothalamus में आते है |Hypothalamus इनका आकलन (Analysis)कर संकेतों(Signals) को सम्बंधित अंगों(Related organs) तक Neurons, Nerves और Synapses के माध्यम से लक्ष्य (Target)तक पहुंचाता हैं और उसी अनुसार(Accordingly) कार्य सम्पादित(Completion of act) होता हैं |जब कार्य Hypothalamus के अनुसार पूर्ण नहीं (Incomplete)हो पाता है तो ये कार्मिक संकेत(Motor signals) बार बार सम्बंधित कार्य को पूर्ण करने हेतु भेजे जाते हैं |ये सब संकेत Hippocampus में पहले तो लघु कालिक स्मृति(S.T.M.) के रूप में अंकित होते हैं|पुनरावृति (Repetition)के कारण कर्म करने हेतु भेजे गए संकेत दीर्घ कालिक स्मृति(L.T.M.) में परिवर्तित होकर Neocortex को स्थानांतरित(Transfer) कर दिए जाते हैं |Neocortex में यह स्मृति सुरक्षित(Store) रहती है और आवश्यकता पड़ने पर Hippocampus इसको पुनः सक्रिय कर देता है |
                   इसको एक उदहारण से स्पष्ट करते हैं|अगर किसी व्यक्ति को यह विचार आता है की सौ मीटर की दौड में उसको रिकॉर्ड(Record in 100 meter race) तोडना है |तो वह इसके लिए लगातार कर्म (Act)करता रहता है |बार बार कर्म करते रहने से उसके यह कार्यिक संकेत (Motor signals)Hippocampus में पहले लघु कालिक स्मृति(S.T.M.) और फिर दीर्घ कालिक स्मृति (L.T.M.)के रूप में परिवर्तित(Change) होकर Neocortex में स्थानांतरित(Transfer) हो जाते हैं |यह स्मृति तब तक वहाँ रहती है जब तक कि वह व्यक्ति अपने मिशन में सफल नहीं हो जाता |अगर वह व्यक्ति अपने जीवन में सफल नहीं हो पाता तो इस स्मृति के संकेत मृत्यु के समय आत्मा के साथ अगली यात्रा पर निकल जाते हैं और नए शरीर प्राप्त करने का आधार बनते हैं |
क्रमश:
                         || हरिः शरणम् ||

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