Monday, March 13, 2017

Happy holi

होली का त्योंहार हमें अपने जीवन में उपस्थित रंगों से हमारा परिचय कराता है | परमात्मा ने हमें यह जीवन इसमें उपस्थित इन रंगों से आनंद उठाने के लिए दिया है, न कि इन रंगों में आपस में भेद पैदा करने के लिए | हमारा यह जीवन सतरंगी जीवन है क्योंकि यह परमात्मा द्वारा प्रकाशित है | प्रकाश में सातों रंग उपस्थित होते है | सातों रंगों की उपस्थिति और उनके आपस में संगठित रहने के कारण ही हमारा जीवन प्रकाशमान हो सकता है, इन रंगों में भेद करने से नहीं | इस संसार में उपस्थित विभिन्न रंग परमात्मा से ही है अतः सभी समान है | ऐसा समता का भाव रखते हुए इस रंगीन पर्व का आनंद उठाने से ही हमारा जीवन आभामय होगा | ‘वासुदेव सर्वम्’ का भाव रखते हुए रंगों से सरोबार होते हुए सभी रंगों को अपने भीतर समेट लें और अपने जीवन को आलोकित करें | होली के इस पावन पर्व की आप सभी को शुभकामनाएं |

|| हरिः शरणम् ||                            डॉ. प्रकाश काछवाल  

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