क्रमश:३
प्रत्येक जीव-जंतु में अपना एक तंत्रिका-तंत्र होता है |परन्तु सबसे विकसित तंत्रिका -तंत्र मानव का ही होता है |विज्ञानं की खोज बताती है कि मानव के तंत्रिका- तंत्र का विकास अभी भी निरंतर हो रहा है |आदि मानव से लेकर आज तक के मानव की विकास यात्रा अगर देखें तो यह बात बिलकुल सही साबित होती है |अभी भी मानव के इस तंत्र का विकास अपने चरम (Peak)पर नहीं पहुंचा है |जिस दिन सांसारिकता को छोड़ व्यक्ति आध्यात्मिकता (Spirituality)को महत्वपूर्ण मानने लगेगा उस दिन उसका विकास अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा |
This is the development of C.N.S. in 4 week embryo..Prosencephalon, Mesencephalon and Rhobencephalon are parts of brain which are connected to spinal cord.
यह चित्र ४ सप्ताह के भ्रूण में केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र के विकास को दर्शा रहा है |चित्र में मस्तिष्क के तीनो भाग और सुषुम्ना नाडी का विभेदीकरण (Differentiation) स्पष्ट दिखाई दे रहा है |
क्रमश:
|| हरिः शरणम् ||
प्रत्येक जीव-जंतु में अपना एक तंत्रिका-तंत्र होता है |परन्तु सबसे विकसित तंत्रिका -तंत्र मानव का ही होता है |विज्ञानं की खोज बताती है कि मानव के तंत्रिका- तंत्र का विकास अभी भी निरंतर हो रहा है |आदि मानव से लेकर आज तक के मानव की विकास यात्रा अगर देखें तो यह बात बिलकुल सही साबित होती है |अभी भी मानव के इस तंत्र का विकास अपने चरम (Peak)पर नहीं पहुंचा है |जिस दिन सांसारिकता को छोड़ व्यक्ति आध्यात्मिकता (Spirituality)को महत्वपूर्ण मानने लगेगा उस दिन उसका विकास अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा |
मानव तंत्रिका-तंत्र-(Nervous system of human )
मानव के तंत्रिका तंत्र को अध्ययन हेतु दो मुख्य भागों में बांटा जा सकता है-
१.केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (Central Nervous System)-इसके अंतर्गत मुख्य रूप से मस्तिष्क(Brain) और सुषुम्ना नाडी(Spinal Cord) आते हैं |
२.परिधीय तंत्रिका तंत्र (Peripheral Nervous system)-इसके अंतर्गत फिर से दो प्रकार के तंत्रिका तंत्र आते हैं-(क)कायिक (Somatic),और (ख ) स्वतन्त्र (Autonomic)तंत्रिका-तंत्र |
केन्द्रीय तंत्रिका-तंत्र (C.N.S.)--
C.N.S.के अंतर्गत जो मुख्य हिस्से आते हैं वे हैं-मस्तिष्क की झिल्लियाँ (Meninges), सुषुम्ना नाडी(Spinal cord)और मस्तिष्क (Brain)|मस्तिष्क (Brain)के हिस्से है-A>Rhombencephalon,(Medulla oblongata+pons+cerebellum),B>Mesencephalon,and C>Prosencephalon (Diencephalon+Telencephalon).
परिधीय तंत्रिका-तंत्र (P.N.S.)---
क-कायिक तंत्रिका-तंत्र (Somatic nervous system)- इसके अंतर्गत निम्न Nerves आती हैं-Sensory nerves,Motor nerves,Cranial nerves,Spinal nerves.
ख-स्वतन्त्र तंत्रिका-तंत्र (Autonomic nervous system)-इसके अंतर्गत Sympathetic, Parasympathetic and Enteric nervous systemआते हैं |
C.N.S.के अंतर्गत जो मुख्य हिस्से आते हैं वे हैं-मस्तिष्क की झिल्लियाँ (Meninges), सुषुम्ना नाडी(Spinal cord)और मस्तिष्क (Brain)|मस्तिष्क (Brain)के हिस्से है-A>Rhombencephalon,(Medulla oblongata+pons+cerebellum),B>Mesencephalon,and C>Prosencephalon (Diencephalon+Telencephalon).
परिधीय तंत्रिका-तंत्र (P.N.S.)---
क-कायिक तंत्रिका-तंत्र (Somatic nervous system)- इसके अंतर्गत निम्न Nerves आती हैं-Sensory nerves,Motor nerves,Cranial nerves,Spinal nerves.
ख-स्वतन्त्र तंत्रिका-तंत्र (Autonomic nervous system)-इसके अंतर्गत Sympathetic, Parasympathetic and Enteric nervous systemआते हैं |
2-C.N.S. includes 1.Brain and 3.Spinal cord
This is the development of C.N.S. in 4 week embryo..Prosencephalon, Mesencephalon and Rhobencephalon are parts of brain which are connected to spinal cord.
यह चित्र ४ सप्ताह के भ्रूण में केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र के विकास को दर्शा रहा है |चित्र में मस्तिष्क के तीनो भाग और सुषुम्ना नाडी का विभेदीकरण (Differentiation) स्पष्ट दिखाई दे रहा है |
क्रमश:
|| हरिः शरणम् ||
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