Monday, December 26, 2016

ग्रहण-2

विज्ञान की दृष्टि में सूर्य और चन्द्र-ग्रहण-

   विज्ञान कहता है कि जब सूर्य  और पृथ्वी के बीच भ्रमण करता हुआ चंद्रमा आ जाता है, तो सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाता | इस स्थिति को सूर्य-ग्रहण कहा जाता है | यह स्थिति केवल अमावस्या के दिन ही बनने की सम्भावना रहती है, अन्य किसी दिन नहीं | इसी प्रकार जब कभी पृथ्वी अपने भ्रमण-मार्ग पर चलते हुए चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाता है, तब सूर्य का प्रकाश चंद्रमा तक नहीं पहुँच पाता और वह कांतिहीन दिखाई पड़ता है | इसी को चन्द्र-ग्रहण होना कहते हैं और यह केवल पूर्णिमा के दिन ही हो सकता है; अन्य किसी दिन नहीं |
क्रमशः 
प्रस्तुति-डॉ.प्रकाश काछवाल 
|| हरिः शरणम् || 

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