हमारी प्रार्थनाओं के फल क्यों नहीं मिलते? यह समझना बहुत ही सरल है पर कार्य रूप में करना थोड़ा कठिन है |
हम अपने नित्य नियमित शास्त्रोक्त कर्म नहीं करते, इसीलिए न तो हमारी प्रार्थनाओं का कोई उत्तर मिलता है और न ही किसी भी अनुष्ठान का फल मिलता है| समझने के लिए इतना ही पर्याप्त है |
प्रस्तुति- डॉ. प्रकाश काछवाल
|| हरिः शरणम् ||
हम अपने नित्य नियमित शास्त्रोक्त कर्म नहीं करते, इसीलिए न तो हमारी प्रार्थनाओं का कोई उत्तर मिलता है और न ही किसी भी अनुष्ठान का फल मिलता है| समझने के लिए इतना ही पर्याप्त है |
प्रस्तुति- डॉ. प्रकाश काछवाल
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