हमारी भारतीय संस्कृति बड़ी ही उत्सव मनाने वाली है | इस जीवन के प्रतिदिन को उत्सव में परिवर्तित कर देना ही इस संस्कृति का मूल मन्त्र है | जीवन में अवसाद को सदैव ही दूर रखें और आनन्द में बहते रहें ,यही हमारी संस्कृति और शास्त्रों की प्रेरणा है |अतः हमारे इस उत्सव को हम इसी प्रकार आनंद के साथ मनाएं और आ रही कुरीतियों से अपने आप को दूर रखें |
आधुनिक जीवन में हमारे उत्सव मनाने की परम्परा भी प्रभावित हुई है | आनंद प्राप्त करने के अतिरेक में आज की युवा पीढ़ी भ्रमित हुई जा रही है | उसे भ्रमित होने से बचाने का प्रयास आज की महती आवश्यकता है |अतः हम सबका दायित्व है कि हम अपने उत्सवों की परम्परा के वास्तविक स्वरुप से नई पीढ़ी का परिचय कराएँ और उनको एक अनुशासन में रहने की प्रेरणा दें |
आप सभी को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं |
|| हरिः शरणम् ||
आधुनिक जीवन में हमारे उत्सव मनाने की परम्परा भी प्रभावित हुई है | आनंद प्राप्त करने के अतिरेक में आज की युवा पीढ़ी भ्रमित हुई जा रही है | उसे भ्रमित होने से बचाने का प्रयास आज की महती आवश्यकता है |अतः हम सबका दायित्व है कि हम अपने उत्सवों की परम्परा के वास्तविक स्वरुप से नई पीढ़ी का परिचय कराएँ और उनको एक अनुशासन में रहने की प्रेरणा दें |
आप सभी को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं |
|| हरिः शरणम् ||
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